बस यूं ही
इंदौर के हॉल्कर स्टेडियम पर शुक्रवार को भारत व श्रीलंका के बीच खेले गए टी टवेंटी क्रिकेट मैच की याद क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताउम्र रहेगी। इस मैच में चौकों व छक्कों के साथ-साथ रिकॉडर्स की मूसलाधार बारिश ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। भारतीय पारी की बात करें तो मात्र 120 गेंद पर 260 रन बन गए। इनमें 21 चौके और इतने ही छक्के। मतलब 210 रन केवल चौकों व छक्कों से ही बने। इसी तरह श्रीलंका की पारी देखी जाए तो उसने 17.2 ओवर में 172 रन बनाए। उसके बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज बल्लेबाजी के लिए नहीं आए। श्रीलकां के बल्लेबाजों ने भी दस छक्के तथा 11 चौके लगाए। वैसे इनसे ज्यादा तो हमारे रोहित ने ही लगा दिए थे। इस तरह श्रीलंका की पारी के भी सौ से ऊपर रन चौकों व छक्कों से आए। दोनों टीमों के ओवर मिलाएं तो 37.2 ओवर में 432 रन बने। सोचिए किस अंदाज से धुनाई या कुटाई हुई होगी गेंदबाजों की। रोहित शर्मा ने तो धुंधाधार बल्लेबाजी की। उन्होंने मात्र 43 गेंदों पर 118 रन ठोक दिए। इनमें 12 चौके व दस छक्के शामिल रहे। रोहित का शतक भी टी टवेंटी में सबसे तेज शतक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर गया। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर 35 गेंदों पर बांग्लोदश के खिलाफ शतक बना चुके हैं। के राहुल भी आज पूरी फॉर्म में थे लेकिन बदकिस्मती से शतक नहीं बना पाए। उनके पास शतक पूरा करने को भरपूर मौका था लेकिन श्रीलंका के विकेटकीपर डिकवेला ने शानदार कैच लपकते हुए उनके सपनों पर पानी फेर दिया। राहुल की 89 रन की आतिशी पारी में पांच चौके व आठ छक्के शामिल थे। श्रीलंका के उपल थरंगा व कुशाल परेरा ने जरूर संघर्ष किया। उनके बल्लेबाजी ने मैच में थोड़ा सा रोमांच भी पैदा किया लेकिन दोनों के आउट होने के बाद सब आया राम गया राम हो गए। विकेटों के पतझड़ को कोई नहीं रोक सका और अंतत: श्रीलंका की टीम 88 रन से पराजित हो गई। मैच में वैसे तो रिकॉर्ड कई बने लेकिन टी टवेंटी मैच में सर्वाधिक छक्के दोनों पारियों में 32 लगे हुए हैं। इस मैच में कुल 31 लगे। इस तरह से इस रिकॉर्ड की न तो बराबरी हो पाई और न ही यह रिकॉर्ड टूटा। खैर टीम इंडिया को बधाई। रोहित शर्मा को बधाई। और साथ में समस्त क्रिकेट प्रेमियों को इस शानदार जीत की बधाई।
यह बने रिकॉर्ड
-35 गेंदों पर शतक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी।
- एक पारी में सर्वाधिक 21 छक्कों का रिकॉर्ड।
-भारतीय टीम का एक साल में सभी फोरमेट में 14 सीरिज जीतने का रिकॉर्ड।
इंदौर के हॉल्कर स्टेडियम पर शुक्रवार को भारत व श्रीलंका के बीच खेले गए टी टवेंटी क्रिकेट मैच की याद क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताउम्र रहेगी। इस मैच में चौकों व छक्कों के साथ-साथ रिकॉडर्स की मूसलाधार बारिश ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। भारतीय पारी की बात करें तो मात्र 120 गेंद पर 260 रन बन गए। इनमें 21 चौके और इतने ही छक्के। मतलब 210 रन केवल चौकों व छक्कों से ही बने। इसी तरह श्रीलंका की पारी देखी जाए तो उसने 17.2 ओवर में 172 रन बनाए। उसके बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज बल्लेबाजी के लिए नहीं आए। श्रीलकां के बल्लेबाजों ने भी दस छक्के तथा 11 चौके लगाए। वैसे इनसे ज्यादा तो हमारे रोहित ने ही लगा दिए थे। इस तरह श्रीलंका की पारी के भी सौ से ऊपर रन चौकों व छक्कों से आए। दोनों टीमों के ओवर मिलाएं तो 37.2 ओवर में 432 रन बने। सोचिए किस अंदाज से धुनाई या कुटाई हुई होगी गेंदबाजों की। रोहित शर्मा ने तो धुंधाधार बल्लेबाजी की। उन्होंने मात्र 43 गेंदों पर 118 रन ठोक दिए। इनमें 12 चौके व दस छक्के शामिल रहे। रोहित का शतक भी टी टवेंटी में सबसे तेज शतक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर गया। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर 35 गेंदों पर बांग्लोदश के खिलाफ शतक बना चुके हैं। के राहुल भी आज पूरी फॉर्म में थे लेकिन बदकिस्मती से शतक नहीं बना पाए। उनके पास शतक पूरा करने को भरपूर मौका था लेकिन श्रीलंका के विकेटकीपर डिकवेला ने शानदार कैच लपकते हुए उनके सपनों पर पानी फेर दिया। राहुल की 89 रन की आतिशी पारी में पांच चौके व आठ छक्के शामिल थे। श्रीलंका के उपल थरंगा व कुशाल परेरा ने जरूर संघर्ष किया। उनके बल्लेबाजी ने मैच में थोड़ा सा रोमांच भी पैदा किया लेकिन दोनों के आउट होने के बाद सब आया राम गया राम हो गए। विकेटों के पतझड़ को कोई नहीं रोक सका और अंतत: श्रीलंका की टीम 88 रन से पराजित हो गई। मैच में वैसे तो रिकॉर्ड कई बने लेकिन टी टवेंटी मैच में सर्वाधिक छक्के दोनों पारियों में 32 लगे हुए हैं। इस मैच में कुल 31 लगे। इस तरह से इस रिकॉर्ड की न तो बराबरी हो पाई और न ही यह रिकॉर्ड टूटा। खैर टीम इंडिया को बधाई। रोहित शर्मा को बधाई। और साथ में समस्त क्रिकेट प्रेमियों को इस शानदार जीत की बधाई।
यह बने रिकॉर्ड
-35 गेंदों पर शतक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी।
- एक पारी में सर्वाधिक 21 छक्कों का रिकॉर्ड।
-भारतीय टीम का एक साल में सभी फोरमेट में 14 सीरिज जीतने का रिकॉर्ड।
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