श्रीगंगानगर.
वाकई यह पल जोश जगाने वाले होते हैं। देशभक्ति का जज्बा इस कदर हिलोरें मारता है कि भारत माता के जयकारे के साथ भींची हुई मुट्ठियां हवा में लहराती है। यह जयकारे जवानों में जोश भरने का काम करते हैं। भारत-पाक सीमा पर सादकी पोस्ट के पास यह नजारा रोज शाम को होता है। सैन्य भाषा में इसे रिट्रीट सेरेमनी कहा जाता है। पंजाब के फाजिल्का से मात्र 15 किमी की दूरी पर स्थित सादकी बॉर्डर पर जवानों की यह अनूठी परेड देखना बेहद रोमांचक होता है। जीरो लाइन के बीच भारत-पाक के जवान मार्च करते हैं।
मार्च के दौरान जवान पैरों को अपने सिर के ऊपर तक ले जाते हैं। दोनों देशों के जवानों की इस अनूठी परेड देखने आए लोग भी खूब हौसला बढ़ाते हैं। हुटिंग करते हैं और अपने-अपने देश के समर्थन में नारेबाजी करते हैं। पड़ोसी मुल्क के लोग अपने देश के समर्थन में नारे लगाते हैं तो इधर, भारतीय जवानों के समर्थन में 'भारत माता की जय ' 'वंदेमातरम' व 'हिन्दुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगते हैं। जवानों की पदचाप इतनी तेज होती है कि इसे आसानी से सुना जा सकता है। परेड के दौरान जवानों के चेहरे की भाव भंगिमाओं से इनका गुस्सा साफ जाहिर होता है। इससे माहौल एकबारगी तनावपूर्ण हो जाता है। परेड के बाद बैंड की कर्णप्रिय धुन के बीच दोनों देशों के जवान अपने राष्ट्रीय ध्वज को बड़े ही रोचक एवं नाटकीय अंदाज में उतारते हैं। इस दौरान दोनों देशों के दो-दो घुड़सवार जवान दोनों तरफ खड़े रहते हैं। ध्वज उतारने के बाद ही दोनों तरफ से तेज धुन में देशभक्ति गीत गूंजते हैं। दोनों तरफ से गीतों की आवाज बेहद तेज होती है।
सेल्फी लेने की होड़
रिट्रीट सेरेमनी के दौरान और इसके बाद फोटो लेने वालों की बाढ़ सी आ जाती है। यह सिलसिला दोनों तरफ है। बिलकुल जीरो लाइन के पास दर्शक सेल्फी लेते हैं। दोनों तरफ खास बात यह देखने को मिलती है कि लोग अपने देश के सैनिकों के साथ सेल्फी लेने में खासी दिलचस्पी दिखाते हैं।
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