रिश्ता दिल का दिलवाले ही तोड़ जाते हैं,
नाता गमों से दिल का जोड़ जाते हैं।
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो दोस्तो,
सहारे कितने भी सच्चे हो साथ छोड़ ही जाते हैं।
करते हैं जो जिंदगी भर साथ निभाने का वादा,
मतलब निकलने पर अकेले ही दौड़ जाते हैं।
कितना यकीनं करें कोई उस माझी पर 'माही'
सफीने का रुख जो तूफानों की ओर मोड़ जाते हैं।
नाता गमों से दिल का जोड़ जाते हैं।
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो दोस्तो,
सहारे कितने भी सच्चे हो साथ छोड़ ही जाते हैं।
करते हैं जो जिंदगी भर साथ निभाने का वादा,
मतलब निकलने पर अकेले ही दौड़ जाते हैं।
कितना यकीनं करें कोई उस माझी पर 'माही'
सफीने का रुख जो तूफानों की ओर मोड़ जाते हैं।
No comments:
Post a Comment