Monday, August 17, 2020

ऑल इज वेल

दस दिन भयभीत रहने के बाद आज डॉक्टर से मेरी तीसरी मुलाकात थी। 24 जुलाई को जो डर था....वो आज मित्रता दिवस के दिन लगभग गायब हो गया है। सच में यह आप सब की सच्ची मोहब्बत और दुआओं का परिणाम है। तब बीपी 203/121 था और आज बिना टेबलेट के 150/100 आया। हां, इन दस दिन में मैंने करीब दो किलो वजन भी कम किया है। डाक्टर ने पांच किलो वजन और कम करने की सलाह आज दी है। खैर सुबह छह बजे उठना...तीन चार किलोमीटर घूमना...सुबह-शाम भोजन का समय तय करना तथा भोजन के बाद टहलना रोजमर्रा का हिस्सा बन चुका है। गुनगुना पानी पीना भी आदत में शुमार हो गया है। तेलीय और तली चीजें पहले भी कम खाता था अब बिलकुल बंद। घी बंद और नमक का सेवन न के बराबर कर दिया है। एक तरह से जैन मुनियों जैसा शुद्ध सात्विक आहार हो गया है अब। सात दिन पहले की रिपोर्ट में पीलिया के लक्षण और लीवर इंफेक्शन था लेकिन आज की रिपोर्ट में यह न के बराबर आया है। इन दस दिन के बीच में कोरोना के डर ने भी डराया। आरोग्य सेतु एप ने तो संक्रमण उच्च स्तर की आशंका तक जता दी लेकिन लगातार गर्म पानी और काढे के सेवन से अब कोई जुकाम, खांसी या बुखार नहीं है। दरसअल, 24 जुलाई को पहले दिन ही ज्यादा घूमने से शरीर अकड़ गया था और हल्का बुखार आ गया था। वैसे भी मान लो तो हार है और ठान लो तो जीत। और मैं तो हमेशा ठानता ही रहा हूं। खुश हूं आज बेहद। खैर, अब सब ठीक है। आप सबकी शुभकामनाओं के लिए दिल से आभार। आपका स्नेह बना रहे। एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है दोस्तो, यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तो। सभी को मित्रता दिवस की शुभकामनाएं

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