Thursday, November 28, 2013

एक दिन पहले ही दिवाली..


बस यूं ही

 
यकीनन भारत की जीत से आज समूचा देश एवं क्रिकेट प्रेमी झूम रहे हैं लेकिन पटाखा विक्रेताओं की खुशी तो और भी बढ़ गई होगी। दीपावली के लिए लाए गए पटाखे लोगों ने एक दिन पहले ही जो फोड़ लिए। जब से भारत की जीत का समाचार आया है तब से लेकर अब धमाकों का दौर लगातार जारी है। भिलाई में पटाखे फूट रहे हैं आतिशबाजी हो रही है। मेरा मानना है कि ऐसा सिर्फ यहीं नहीं कमोबेश पूरे देश में हो रहा होगा। वैसे बैंगलोर के चिन्ना स्टेडियम स्वामी स्टेडियम में भी धमाके कम नहीं हुए। भाग्यशाली हैं, वो क्रिकेटप्रेमी, जिन्होंने यह मैच अपनी आंखों से देखा। वे भी कम भाग्यशाली नही, जिन्होंने इसको टीवी पर देखा। खैर, अपने हिस्से तो किसी भी प्रकार का प्रसारण नहीं आया, लिहाजा मैं तो नेट पर स्कोरकार्ड देखकर ही खुश हो लिया। इतना बड़ा स्कोर बनाने के लिए निसंदेह विस्फोटक क्रिकेट खेलना ही पड़ता है। नतीजा कुछ भी रहा दीपावली की पूर्व संध्या इस यादगार एवं ऐतिहासिक मैच से और भी सुहानी हो गई। चौकों एवं छक्कों की बरसात तो ऐसी हुई लोग लम्बे समय तक याद रखेंगे। दोनों पारियों में कुल 38 छक्के लगे। मतलब कुल 709 रनों में से 228 रन तो छक्कों से ही बन गए। चौके भी कम नहीं लगे। दोनों टीमों की तरफ से कुल 59 चौके लगे। इसका मतलब 236 रन चौकों से बन गए। इस प्रकार 464 रन तो चौकों एवं छक्कों की मदद से बन गए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है मैच कितना विस्फोटक था। दोनों टीमों की तरफ से 19-19 छक्के लगे। यही कहानी चौकों की रही। भारत ने 30 तो आस्टे्रेलिया टीम ने 29 चौके लगाए। जब इस बेरहमी के साथ बल्लेबाजी हो तो बेचारे गेंदबाजी का पिटना तो स्वाभाविक ही है। बल्ले द्वारा बेदर्दी से की गई इस कुटाई को भी गेंदबाज भूल नहीं पाएंगे। मैंने भी लम्बे समय तक क्रिकेट खेला है। इसलिए क्रिकेट प्रेम आज भी जिंदा है। मैच को लेकर मैं भी बेहद रोमांचित हो गया। सचमुच जिस अंदाज में आस्ट्रेलिया खिलाडिय़ों ने नवें विकेट के लिए साझेदारी की, उसने एक बार तो धड़कने बढ़ा दी थी। इसी सीरिज में एक ओवर में 30 रन लेकर भारत के हाथों से जीत छीनने वाले जेम्स फॉकनर तो इस मैच में इतने आक्रामक थे कि बस पूछिए मत। खैर, क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल है। जब तक आखिरी गेंद ना हो कुछ भी कहना मुश्किल होता है। आखिरी गेंद की नौबत तो इस मैच में नहीं आई लेकिन आस्टे्रेलियाई पुछल्लों ने मैच में रोमांच बरकरार रखा। मेरा मानना है आसान जीत की बजाय रोमांच के बीच जो जीत मिलती है उसका मजा ही कुछ और होता है। तो इसी के साथ कल दीपावली दुगुने उत्साह के मनाएंगे, ऐसा यकीन है। भारत जीत की बधाई की साथ-साथ सभी को दीपावली की भी राम-राम, बधाई, शुभकामनाएं।

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