Friday, April 21, 2017

चांद-3


इस तरह के गीतों से साबित होता है कि चांद की हर किसी ने अपने हिसाब से व्याख्या की है। कई बार तो चांद की तुलना ऐसी-ऐसी चीजों से कर दी जाती है कि सुनकर चेहर पर डेढ़ इंची मुस्कान दौड़ जाती है। शाहरूख खान अभिनीत एक फिल्म का गीत, समझकर चांदजिसको आसमां ने दिल में रखा है, मेरे मेहबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है...। अब देखिए यहां चांद का दर्जा टूटी हुई चूड़ी के समकक्ष रखा गया है। कहां तो चांद प्रेम का प्रतीक बना था और कहां उसकी अहमियत टूटी चूड़ी के बराबर कर दी गई। यह सब कल्पना का ही तो कमाल है।
पचास के दशक में आई फिल्म दाग का गीत भी कमोबेश ऐसा ही था, इस गीत में चांद की तुलना बेवा की टूटी हुई चूडी से की गई है। देखिए, चांद एक बेवा की चूड़ी की तरह टूटा हुआ, हर सितारा बेसहारा...। दरअसल यह गीतकार पर निर्भर करता है, क्योंकि वह परिस्थितियों के हिसाब से ही गीत की रचना करता है। ऐसे में चांद पर इस तरह के प्रयोग होते रहते हैं। चांद सिफारिश जो करता हमारी....., चांद मेरा दिल, चांदनी हो तुम.... मैं तेरा चांद तू मेरी चांदनी...चांद को क्या मालूम चाहता है उसे कोई चकोर....उस चांद से प्यारे चांद हो तुम...वो चांद जैसी लड़की इस दिल पर छा रही है... रात की हथेली पर चांदजगमगाता है...ये रात ये चांदनी फिर कहां...ये वादा करो चांद के सामने...आदि गीत अलग-अलग फिल्मों के हैं लेकिन इनके मूल में प्रेम है। इन गीतों को सुनने से प्रेम की अनुभूति होती है। इन गीतों में नायक चांद है और नायिका उसकी चांदनी, मतलब देानों एक दूसरे के पूरक और एक दूजे की पहचान भी। अब देखिए इस गीत में कल्पना की ऊंची उड़ान है तो हुस्न का अतिश्योक्तिपूर्ण वर्णन। फिर भी यह गीत अपने दौर के हर नायक को लुभाता रहा है। गौर फरमाइए, चांद आहें भरेगा, फूल दिल थाम लेंगे, हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे। साठ के दशक में आई फिल्म फूल बने अंगारे का यह गीत मुकेश की आवाज में बेहद दिलकश बन पड़ा है। कुछ इसी तरह का गीत मैं चुप रहूंगी फिल्म का है। गीत के बोल हैं, चांद जाने कहां खो गया, तुमको चेहरे से पर्दा हटाना न था...। लब्बोलुआब यह है कि सारा खेल कल्पना का ही है, तभी तो इस गीत में चांद की तुलना एक आवारा व निराश प्रेमी से कर दी गई है। आवारगी फिल्म का गीत, चमकते चांद को टूटा हुआ तारा बना डाला, मेरी आवारगी ने मुझे आवारा बना डाला... यह चरितार्थ भी करता है। ....क्रमश:

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